Sunday, November 21, 2010

\/ 2.o ON /\/\ SUN /\/\ DAY

हेल्लो दोस्तों , और एक और दिन रविवार का दिन सब लोग का hoilday  और हमारा काम का दिन आज में ऑफिस में हु और आज मेने एक मीटिंग attend  की और उसके बाद एक और assigment . वो भी किया but  उसके बात में टाइम पास कर रहा हु और फिर से ब्लॉग्गिंग कर रहा हु आज वेसे तो सब टीक हे .
                                                                                और आज एक और कहानी सुनाने वाला हु |
      
एक बस का सफ़र .................. पुणे से इंदौर तक का.......   
तो कहानी सुरु होती हे ऑफिस से में ऑफिस से निकल ता हु और रूम पर जाता हु | फिर वह पर अपना बैग पैक कर ता हु |
उसके बाद में दो बैग और एक गिफ्ट ले कर निकल ता हु अपनी गली से ...
                            कुछ दूर ऑटो मिलते हे सो मेने सोचा की ऑटो लेलु  सो फिर ऑटो वाले के पास जा कर कहा की मुजे बस स्टॉप ले चलो ! और यहाँ के ऑटो वाले तो आमिर लोग हे मना कर दिया !!!!
                           अब में क्या कर ता जाना तो हे ५:३० बजे बस हे और ४:३० हो यही हो गए अब ?
                                                                    तो में थोडा आगे गया और कुछ ऑटो वाले फिर दिक् गए | मेने सोच जो भी एक ऑटो तो कर न हे होगा .... तभी मेरे सामने एक ऑटो आया मेने बोला बस स्टॉप चलोगे ? वो पहले सोच फिर बोला हा चलो | में ऑटो में बेटा और ऑटो चल दिया | पर ये क्या इसने तो कुछ दूर जाकर ऑटो रोक दिया | और ऑटो वाला कही चला गया | मेने सोच की अब क्या होगा ? पर कुछ नहीं ऑटो वाला वापस आया और बोला दुसरे ऑटो में बेटा जाओ मेने पुच क्यों ?
तो बोला वो ऑटो जाये गा बस स्टॉप मेने बोला फिर पेसे किस को दू ? वो बोला उसे हे दे देना | मेने बोला टिक हे और में ऑटो से उतर गया और दुसरे ऑटो में बेटा गया |
                                                        ये ऑटो तो गजब का स्लो ऑटो था | तब तक ४:४५ हो चुके थे मेने बोला टिक हे अभी तो टाइम हे | और ऑटो चल रहा हे और में बार बार टाइम देका रहा हु ......................
                                                        अब में  ५:२५ पर बस स्टॉप पहुच गया | और बस सर्च कर ने लगा | और दूर मेरे बस खड़ी थी | उसके पास गया और driver  से बोला ये पुणे इंदौर बस हे क्या ? वो बोला हा हे तो में बस में चड़ने लगा | diver  बोला अभी नहीं बाद में ६:०० बजे मेने बोला टिक हे | और में हे जाकर खड़ा हो गया | तभी मेरे कॉलेज का दोस्त आ गया | मेने उसे पुचा की तुम भी इसी बस से जारहे हो क्या ? तो वो बोला हा | मेने बोला तो फिर ६:०० बजे तक रुक अभी अंदर नहीं जाने देरहे हे | वो बोला टिक हे | हम टाइम पास कर रहे थे की ....................

अचनक driver  नहाने लगा ? कहा पर ????????
                                                                    बस में !! हा हा बस में !!
                                                               पानी की बाल्टी ली और नहाने लगया और खूब नहाया वो भी साबुन लगा कर तब तक ६:०० बज चुके थे | और ड्राईवर नहा हे रहा था | अब ड्राईवर बस के कबिन से अंदर चला गया | अब हमने सोच की अब इस से बुरा और क्या हो गा पर अब तो कंडेक्टर नहाने लगया और वो भी खूब नहाया .....
                                                                 अब ६.३० बज चुके थे | और दोनों नहा चुके थे | पर अब तो उनके कपडे डुलने बाकि थे | तो क्या उन्होंने कपडे भी दोए | और फिर तेयार हो कर बस स्टार्ट कर दी | तब तक सब लोग आ चुके थे | और हम लोग भी बस में बेटा चुके थे |
                                     मेने अपने सीट सर्च की वो थी लास्ट वाली upper  सीट | फिर सामन रखा और सीट पर लेट गया |
बस चली और बस में सभी different  टाइप के लोग थे | कुछ काल सेण्टर पर काम कर ते थे तो कुछ आईटी कंपनी में लिखे TCS , ... में |

और मेरे सीट के निचे वाली सीट पर एक लड़की थी | और पास में अंकल और ४ - ५ एक्स्ट्रा लोग जिनको सीट नहीं मिली वो लोग | और फिर से मेरी किस्मत के accoding  (..................) नाम वाली लड़की मेरे निचे वाली सीट पर थी अब आप सोचे गे की मुजे उसे लड़की का नाम केसे पता चला ? तो जो अंकल पास में थे ना वो सब का introduction  करा रहे थे | इस तरह मुजे
बहुत सारे लोगो के नाम पता चल गए पर उसे बाद | में मोबाइल पर गाने सुनने लगा और टाइम पास होने लगा | तभी मेने देखा की मेरे सामने वाली upper सीट पर दो लडकिया हे | और वो टी TCS वाली | पर कुछ नहीं मेने पर्दा खीचा और फिर से गाने सुनने लगा |
                   फिर बस रुकी खाना खाने के लिए हमने खाना खाया और फिर बस में आगये | सब कुछ नोर्मल था | तब बस की लाइट बंद हो गयी और सब लोग आपनी आपनी सीट पर सो गए | फिर क्या था अचानक मेने निचे देखा ! तो मेने देखा की निचे वाली अंकल और दो चार लोग ड्रिंक कर रहे ले | तो किसी ने कंडेक्टर को बुलया पर वो भी पिया हुआ था | वो आया तो पर
उन लोगो ने उसे में बोतल देदी वो तो खुश हो कर चला गया | और इन लोगो में गाने गाना और इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल के कहानिया सुना ना सुरु कर दी | में फिर मोबाइल पर गाने सुनने लग गया | और इस तरह सुबह हो गयी और में जग गया |
              और खिड़की के बार इस तरह देकने लग गया जेसे फिल्म स्वदेस में shahrukh khan प्लान के बार देख रहा था |
और इस तरह में इंदौर पहुच गया |


और आज का सोंग ऑफ़ दे डे इस हे :-


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