Tuesday, May 17, 2011

user डाटा क्रिटिकल हे कही न कही सेव होना ही चाहिये !!!

हेल्लो फ्रेंड काम करो पर पैसे मत लो ..... हा यही हे कंपनी का नया नियम जो लोग बोलते थे तुमारी salary जादा हे उनसे पुच उने कितने का hike मिला हे और हमे .... हमे काम मिला हे आज भी करो कल भी सन्डे को भी और monday को भी ... पर salary नहीं बढेगी कोई इन्क्रीमेंट नहीं कोई उमीद नहीं पता नहीं अब कब मिलेगा इन्क्रीमेंट ?

वेसे में आप को हमारी कंपनी की कुछ tag lines बताता हु ! वेसे हर कंपनी का के रूल्स होते हे वेसे  ही मेरे फ्रेंड एक नया रूल बनाया हे ...वो रूल क्या हे ? में एक ही सरत पर बातौगा वो रूल की आप भी अपने कंपनी के रूल मुजे बतायेगे तो हमारी कंपनी  का नियम हे ......
                                                            user डाटा क्रिटिकल हे कही न कही सेव होना ही चाहिये !!!

क्या हुआ क्लेअर नहीं हुना ....ओके तो में डिटेल में बताता हु ..........

                                                           मतलब हे की user का डाटा क्रिटिकल हे उसे डाटा की बहुत value उसे कही न कही पर सेव होना ही चाहिये !! मतलब हे की आगर डाटा किसी और प्रोजेक्ट का हे पर उसे प्रोजेक्ट के डाटा बसे में सेव  नहीं हो रहा हे तो किसी और प्रोजेक्ट के डाटा बसे में सेव कर दो ...:)  औ यदि उसे डाटा बसे में भी जगह नहीं हे तो उसे किसी भी फाइल में सेव कर दो पर कर क्युकी user का डाटा क्रिटिकल हे कही न कही सेव होना ही चाहिये !!!!

                                     और भी हे असेही  कई नियम हमारी कंपनी के और आप के कंपनी के नियम भी कुछ एसे ही होगे तो उसे भी शेयर करो मेरे साथ .........................

आप का दोस्त ......
गौरव .......


 









Sunday, May 15, 2011

और एक और फिल्म ........... धोबी घाट के बाद .....

और एक  और फिल्म ........... धोबी  घाट के बाद .....

                                                                                       हेल्लो दोस्तों कई दिनों बाद में ब्लॉग्गिंग कर रहा हु आप लोग तो मुजे भूल ही गए होगे ? पर मुजे तो अभी भी याद आती ही उन CDAC के दिनों की बाते . वेसे आज का दिन सन्डे का था और में मेरे भाई के यहाँ पर गया था ! में सुबह 10 बजे ही घर (रूम) से निकल गया था और फिर बस स्टॉप पर एक hour  तक वेट कर था रहा क्यों की किसी ने मुजे बस में सफ़र  करने को कहा हे ! तो में १ hour  तक बस का वेट करता रहा  फिर एक बस आई में उसमे चढ़ गया ! पर वो फुल थी ! फिर मेने टिकेट  ली और टाइम पास करने लग गया ! thodi देर में मुजे सीट मिल गयी  और सीट पर बेट  गया ! और फिर करीब एक 1hour के बाद में मेरे भाई के यहाँ पहुचा ! फिर टाइम पास किया लंच किया ! और चलो देहली फिल्म डेक ने लग गए ! फिर १ hour फिर टाइम पास किया और decide किया ki फिल्म  जाना हे  पर कोन सी finally  " haunted  3D"  वो भी मेरा आप्शन मागे बिना  मतलब मुजे तो कोई भी फिल्म हो जाना ही होगा ! और फिर हम गए फिल्म जो थी horror फिल्म पर मुजे तो कॉमेडी फिल्म लगी ! मेरे अच्कोडिंग तो फिल्म अची हे अप भी चाहे तो फिल्म देख सकते हे ! पर आप को भी कॉमेडी ही लगे गी  !


आज के लिए इतना ही वेसे भी रात हो चुकी हे और में सोने जा रहा हु ..... आगे की कहानी कल ...


शुभ रात्रि .......
आप का दोस्त , 
गौरव .......