नमस्ते दोस्तों,
आज बहुत दिनों के बाद .... ब्लॉग पर हा क्यों ......क्यों...की आज मुजे कुछ टाइम मिला फ्री टाइम
इसलिए ...
वेसे भी आज का जमाना तो digital वर्ल्ड का हे अबे तो मोबाइल, sms , facebook , gmail पर ही सब लोग मिले जाते हे अब वो पुराने दिन कहा .... और अब कोई किसी से मिले भी तो क्यों ....... जब ......रोज ऑनलाइन बात होती हो हे.... पर कुछ लोगो ने तो ऑनलाइन भी reply करना बंद कर दिया हे .....
तब मुजे लगता हे की "शांत रहना जोर से रोने से भी जादा खतरनाक हे ...." अब तो लाइफ बोरे होते जाने वाली हे अब सब कुछ इलेक्ट्रोनिक होता जा रहा हे .....अब लोग सब्जी लेने सब्जी मंडी नहीं जाते वो तो अब reliance fresh जाते हे......अब सब को .....कार ही चाहिये .... सब को 2bhk ही चाहिये .... लेकिन कोई काम नहीं करना चाहता सब को बस ............................
मुजे बहुत दिनों से बहुत कुछ बोलना था लेकिन में बोल नहीं पा रहा था .............
चलो अभी के लिए बाय बाय ..........
फिर मिलेगे चलते चलते ............
आपका दोस्त...
गौरव ........................:)
आज बहुत दिनों के बाद .... ब्लॉग पर हा क्यों ......क्यों...की आज मुजे कुछ टाइम मिला फ्री टाइम
इसलिए ...
वेसे भी आज का जमाना तो digital वर्ल्ड का हे अबे तो मोबाइल, sms , facebook , gmail पर ही सब लोग मिले जाते हे अब वो पुराने दिन कहा .... और अब कोई किसी से मिले भी तो क्यों ....... जब ......रोज ऑनलाइन बात होती हो हे.... पर कुछ लोगो ने तो ऑनलाइन भी reply करना बंद कर दिया हे .....
तब मुजे लगता हे की "शांत रहना जोर से रोने से भी जादा खतरनाक हे ...." अब तो लाइफ बोरे होते जाने वाली हे अब सब कुछ इलेक्ट्रोनिक होता जा रहा हे .....अब लोग सब्जी लेने सब्जी मंडी नहीं जाते वो तो अब reliance fresh जाते हे......अब सब को .....कार ही चाहिये .... सब को 2bhk ही चाहिये .... लेकिन कोई काम नहीं करना चाहता सब को बस ............................
मुजे बहुत दिनों से बहुत कुछ बोलना था लेकिन में बोल नहीं पा रहा था .............
चलो अभी के लिए बाय बाय ..........
फिर मिलेगे चलते चलते ............
आपका दोस्त...
गौरव ........................:)